श्रेष्ठ इंसान है वही, विनम्र हो जिसका व्यवहार श्रेष्ठ इंसान है वही, विनम्र हो जिसका व्यवहार
बेवजह किसी पर ऐतबार जताते हैं ये क्यूँ किसी को अपना बनाते हैं ये। बेवजह किसी पर ऐतबार जताते हैं ये क्यूँ किसी को अपना बनाते हैं ये।
कहीं दिन तो कहीं अंधकार कैसे होता है मैं सोचता हूं अक्सर ये संसार कैसे होता है। कहीं दिन तो कहीं अंधकार कैसे होता है मैं सोचता हूं अक्सर ये संसार कैसे होता...
तेरी लीला तू ही जाने, मुझको कुछ भी समझ न आया। तेरी लीला तू ही जाने, मुझको कुछ भी समझ न आया।
ऐसे लोगों से बचके रहना वैसे । ऐसे लोगों से बचके रहना वैसे ।
खुद को उनकी नज़रों से। खुद को उनकी नज़रों से।